कलेक्टर के अथक प्रयास से शहडोल में आ रहा था इन्वेस्टमेंट, जिला बदर से लौटे कबाड़ माफिया ने फेरा पानी
बटुरा गोदाम से जप्त बताए जा रहे रोलर.. पुलिस कह रही दूधी के जंगल!!
तो क्या सिंडीकेट और कबाड़ माफिया को बचाने लिखी जा रही नई पटकथा..!!
प्रदेश सरकार नए उद्योग धंधे खोलने की बात कर रही है और दूसरी ओर शहडोल में पहले से खुले उद्योग धंधे सुरक्षित नहीं है नामचीन जिला बदर रह चुके माफियाओं का आतंक जारी है, जिसकी जानकारी नगर के बच्चे बच्चे को है लेकिन प्रशासन के कान में जू नहीं देख रही है तो दूसरी ओर माफिया तमाम बड़े अधिकारियों को जेब में रखने का दंभ भर रहे हैं सवाल यह उठता है की बढ़ती चोरियों के बाद भी पुलिस की चुप्पी क्यों नहीं टूट रही और आदतन अपराधी जिला बदर रह चुके कारोबारी पर दोबारा मुकदमा होने के बाद भी जिला बदर की कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है, ऐसे में यदि व्यापारी इन्वेस्टमेंट और उद्योग धंधे डालने से दूरी बनाएंगे तो उसकी जिम्मेदारी क्या शहडोल पुलिस लेगी।
शहडोल : सोशल मीडिया में ग्रुप बनाए गए हैं प्रदेश भर में उसका अनुसरण किया जा रहा है गांव-गांव की खबर पुलिस अधिकारियों तक पहुंच रही है फिर भी माफिया बेलगाम है उन्हें किसी का भय नहीं, बीते कुछ माह में चोरी की वारदातों में तगड़ा इजाफा हुआ है सर्राफा व्यापारी पर हमला,अवैध कोयला खदान के दौरान दंपति की मौत,चेन स्नेचिंग, लूट जैसे वारदातों के बीच एक और फेरबदल हुआ जी हां नाम चीन कबाड़ माफिया बड्ड जैन की कुर्सी जिला बदर से लौटे माफिया अनीश को सौंप दी गई, और बटुरा में बना संभाग का सबसे बड़ा कबाड़ गोदाम जो कहने को तो कबाड़ गोदाम है लेकिन बताया जाता है कि कोल माइंस से लेकर छोटे बड़े उद्योग,क्रेशर और ठेकेदारों से लेकर आम आदमी तक के यहां से चोरी हुए लोहे कथित गोदाम में खपाए जा रहे हैं बटुरा के कथित गोदाम की चर्चा अब इसलिए निकली क्योंकि डेक्कन फैक्ट्री में कथित डकैती जिसे चोरी भी बताया जाता है के तार बटुरा के उस गोदाम से जुड़े और सोहागपुर पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा हो गया।
चोरी या लुट कितने सुरक्षित व्यापारी
जान का भय दिखा कर किसी की धन संपदा संपति पर अपना अधिकार अथवा लूट करना डकैती की श्रेणी में आता है ऐसा ही कुछ हुआ फरवरी की आखिरी सप्ताह में जब डेक्कन फैक्ट्री में गार्ड को जान का भय दिखाकर हथियारबंद लोगों ने बंद पड़ी फैक्ट्री से भारी तादाद में लोहे की चोरी की जी हां हम बात सोने चांदी के नहीं कर रहे हैं बल्कि बात कर रहे हैं कई टन लगभग ढाई सौ लोहे के रोलर की, पुलिस ने पूरे मामले को चोरी बताया और जांच पड़ताल शुरू हुई हुआ सूत्र बताते है की गुर्गों पर कार्यवाही की गाज गिरी और उनके सरताज पूर्णतया सुरक्षित हो गए कुछ के नाम दबाए गए कहानी बदली गई जब्ती के ठिकाने बदले गए और ढाई सौ लोहे के बड़े-बड़े रोलर चोरी मामले में 50 रोलर जप्त कर कम उम्र के लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया संभवतः बड़े माफिया के साथ ये कम उमर के लड़के कबाड़ की आड़ में चोरी का कारोबार सीखने इन माफियाओं के पास पहुंचे थे तो वही नामचीन आरोपी अभी भी फरार हैं तो सूत्रों के अनुसार बड़े कारोबारी जिसने 189 रोलर बटुरा के गोदाम से काटकर गला कर जबलपुर में खपा दिए ऐसे जिला बदर से लौटे माफिया को इस पूरी पिक्चर से बाहर रखा जा रहा है।
क्या हुआ था डेक्कन फैक्ट्री में...
पुलिस की जांच रिपोर्ट और हमारी टीम की तफ्तीस दोनों की कहानी कुछ अलग ही है हमारी तफ्तीश में सूत्र बताते हैं कि गोरतरा स्थित बंद पड़ी डेक्कन फैक्ट्री में बेस कीमती लोहे के रोलर लगभग 600 की संख्या में रखे हुए थे हालांकि पुलिस का आंकड़ा ढाई सौ का है जिस हथियार बंद 17 लोगों ने सूनी रात में डेक्कन फैक्ट्री के गोदाम में घुसकर वहां तैनात गार्ड को जान का भय दिखाकर बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया और दो पिकअप लगाकर सारा माल लेकर कथित कबाड़ चोर अपने सरगना सादिक की निगरानी में लेकर बटुरा स्थित जिला बदर से लौटे कबाड़ माफिया अनीश के गोदाम में पहुंचे और फिर लगभग दो दर्जन मजदूर लगाकर इन रोलर को काटकर गला कर और कुछ को समूचा मिनी ट्रक में भरकर जबलपुर रवाना कर दिया गया.. इस बीच शिकायत थाना प्रभारी सुहागपुर तक पहुंच चुकी थी सोहागपुर थाना प्रभारी ने सभी कबाड़ कारोबारी को हिदायत दी की कोई भी चोरी का माल ना खरीदे तब तक लगभग 150 रोलर गोदाम में रखे हुए थे जिन्हें भेजने की तैयारी थी आनंद-फानन में लगभग 96 रोलर और लोड कर कर भेजे गए इसी बीच गिरफ्तार हुए नए लड़कों ने गोदाम का नाम लिया और मुख्य आरोपियों में नामचीन सिंडिकेट मेंबर के नाम भी आए पुलिस की एक टीम ने दबिश दी और टीम को बटुरा स्थित गोदाम एवं आसपास से 50 रोलर जप्त किए गए ओर फिर शुरू हुआ टीम के पास फोन घनघनाने का सिलसिला जारी हुआ और फिर लोकेशन बदलने और 5 लाख में मैनेजमेंट की चर्चा आम हुई हालांकि हम इन चर्चाओं की पुष्टि नहीं करते।
क्या कहती है शहडोल पुलिस
पुलिस द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया कि थाना सोहागपुर द्वारा किया गया बडी चोरी का खुलासा किया गया चोरी किए गये 200 रोलर में 50 रोलर एवं पिकअप वाहन कीमती 6,50,000/- के मसरूका को जप्त किया गया एवं 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया। फरियादी प्रकाश सेन पिता बी.एन. सेन उम्र 42 साल निवासी बस स्टैण्ड के पास विवेक नगर थाना कोतवाली जिला शहडोल (म.प्र.) मो. नं. 9993407388 का थाना उपस्थित आकर मौखिक रिपोर्ट लेख कराया कि, मै डेक्कन क्रोमेट्सलिमिटेड, टूनिट -2 शहडोल मे प्लांट मैनेजर के पद पर कार्यरत हूँ ग्राम गोरतरा आण्डहाई टोला में यूनिट -2 की फैक्ट्री है जो वर्तमान मे बंद है, जिसे पुनः चालू करने के लिये मशीनरी के पार्टस् रोलर 400 नग, नट बोल्ट, पैनल्स, केबिल, 18 नग राड़ आदि काफी सामान रखा था रखा था जो उक्त समान की सुरक्षा के लिये गार्ड लगा था जो दिनांक 20.02.2025 के सुबह 07.00 बजे फैक्ट्ररी का गार्ड मेरे पास फोन लगाया कि, फैक्ट्ररी मे रखा उरोक्त समान मे से 250 नग रोलर व 18 नग राड़ दिनांक 19.02.2025 के दरमयानी रात कोई अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर ले गया है। फिर मै फैक्ट्ररी मे जाकर देखा तो उक्त सामान नही था। मै उक्त चोरी गया समान व आरोपियो का पता तलाश करता रहा जिनका पता नही चला।इस क्रम में थाना सोहागपुर में लंबित चोरी के प्रकरण में विवेचना के दौरान मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि अब्दुल रहमान अंसारी उर्फ छोटा भइया, दीपक राम बैगा उर्फ सिन्धू, मो. सादिक खान उर्फ पूना, विकास कोल एवं तुलसीदास बैगा लोहे के रोलर पिकअप में लोड कर ग्राम दूधी के जंगल में डोंगरी में छिपा कर रखे है जिन्हे दस्तयाब कर पाँचो आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया जहाँ से न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेजा गया है।थाना में पूछताछ कर कथन लेख किया गया। मौके पर पाचों आरोपियों से चोरी के मसरूका को जप्त किया गया जिसका विवरण निम्नानुसार है,जप्त मसरूका का विवरण इस प्रकार था की 50 नग लोहे के रोलरकन्वेयर बेल्ट में उपयोग होने वाले तथा पिकएप वाहन क्र. MP 54 GA 0312 कीमत 6,50,000/- एवं अब्दुल रहमान अंसारी उर्फ छोटा भइया, दीपक राम बैगा उर्फ सिन्धू मो. सादिक खान उर्फ पूना, विकास कोल, तुलसीदास बैगा गिरफ्तार हुए एवं सादिक अंसारी पिता अब्दुल कदीर अंसारी,उमर अंसारी पिताअब्दुल कदीर अंसारी,ओमप्रकाश कोल,मोहम्मद अहमद निवासी पुरानी बस्ती शहडोल फरार बताए गए।
बदल गई गद्दी, अनीश के सर रखा गया ताज
शहडोल जिले में कबाड़ कारोबार का ताज जो लंबे अरसे से बर्डे जैन कबड्डी के सर रखा हुआ था उसे हाल ही में बदलकर अनीश के सर की शोभा बनाने की चर्चा निकलकर सामने आई है, बताया जाता है कि बटुरा का गोदाम अब जिला बदर से लौटे कबाड़ माफिया अनीस अंसारी सम्भाल रहा है, गौरतलब है कि दर्जनों मुकदमे होने की वजह से शांति व्यवस्था एवं चोरियों पर लगाम करने अनीश को शहडोल कलेक्टर द्वारा जिला बदर किया गया था जिलाबदर से लौटने के बाद बुढार के बहुचर्चित मामले जिसमें 11 केवी चालू विद्युत तार लाइन चोरी मामले में अनीश को फिर आरोपी बनाया गया था जिसमें लगभग दो माह तक अनीश फरार रहा और अंततः बुढार पुलिस को अनीश को गिरफ्तार करने में सफलता मिली ऐसे में सवाल यह उठता है कि नामचीन पंजीबद्ध माफिया को कैसे पुनः कथित लूट की खुली छूट मिल गई, दूसरी और चर्चा यह भी है कि गली कूचों और चौराहों पर कथित कबाड़ माफिया यह दंभ भर रहा है कि जिले से संभाग तक के तमाम अधिकारियों को चांदी की चुनर पहना कर अपना मुरीद बना लिया है इसीलिए मेरे हिसाब से शहडोल जिले का कथित चोरी के कबाड़ का कारोबार बदस्तूर जारी है।
इनका कहना है
गार्ड को कमरे में बंद कर लगभग 250 लोहे के रोलर जप्त हुए, नए व्यवसाय के साथ ऐसा न हो इस लिए हमने मामले को गंभीरता से लिया, सभी कबाड़ कारोबारियों को हिदायत दी गई थी कि कोई बेचने आए तो पुलिस को सूचित करें, 50 रोलर जपती के दौरान मैं वहां नहीं था, बटुरा के गोदाम का नाम आने पर मै गया था तो रोलर नहीं मिले आप जिन रोलर की फोटो भेजें हैं उसको फैक्ट्री के रोलर से मैच कराता हूं की वह ही हैं की नहीं अभी कार्यवाही जारी है किसी का भी नाम आए बक्शा नहीं जायेगा।
भूपेंद्रमणि पांडेय
थानाप्रभार,सोहागपुर
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