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जिला बदर से लौटे कबाड़ माफिया अनीश को करने मालामाल,जबलपुर से आए दो दलाल..!!

 



फिर शहर की आबोहवा खराब करने की तैयारी...!! आदतन अपराधियों की बतौर सरगना ताजपोशी की तैयारी 


 तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने कबाड़ माफिया अनीश और रहीम को शांति व्यवस्था की दृष्टि से जिला बदल किया था, जिला बदर पूर्ण करने के बाद अनीश पर फिर विद्युत लाइन चोरी मामले में अपराध पंजीबद हुआ और लंबे समय तक फरार रहने के बाद गिरफ्तारी हुई, बताया जाता है कि अब कप्तान के स्थानांतरण होने के बाद अनीस एक बार फिर अवैध कबाड़ कारोबार मैं शहडोल जिले में साम्राज्य स्थापित करने की तैयारी में है, गौरतलब है कि पूर्व में मारपीट चाकू बाजी जैसी घटनाएं भी कबाड़ के पीछे अनीश के रिश्तेदारो के वारदातों को अंजाम दे चुके है जो मामले सोहागपुर बुढार में चल रहें है। ऐसे में दलालों का दंभ भरना शहडोल की शांति व्यवस्था के लिए चिंताजनक हो सकता है।



शहडोल : जिले में अवैध कबाड़ कारोबार का मकड़जाल एक अरसे से फैला रहा है ऐसे में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक द्वारा स्वयं संज्ञान लेकर कबाड़ के टीमों में दबिश दी गई थी जिसमें अनीश रहीम जैसे कई कबाड़ कारोबारी पर कार्यवाही की गई थी उल्लेखनीय है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में अनीस अंसारी कबाड़ माफिया और रहीम कबाड़ माफिया पर जिला बदर की कार्यवाही की गई थी, जिला बदर से लौट के बाद ही कथित कबाड़ माफिया ने तार चोरी के बड़े वारदात को अंजाम दिया जिसमें लंबे समय तक फरार रहने के बाद बुढार पुलिस को अंततः गिरफ्तारी में सफलता मिली.. आप उन्हें बताया जा रहा है कि कुमार प्रतीक के स्थानांतरण के बाद कथित कबाड़ माफिया ने जबलपुर और अन्य महानगरों से तथाकथित लाइजनर के रूप में दलालों को शहडोल में लाकर बना दिया है जो अनीश के बंद पड़े कबाड़ कारोबार के साम्राज्य को पुनः स्थापित करने का दम भर रहे हैं।

जिला बदर से लौटते की चोरी

गौरतलब है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक और तत्कालीन कलेक्टर द्वारा शांति व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए कबाड़ माफिया अनीश को 1 वर्ष के लिए शहडोल से जिला बदर किया गया था जिला बदर से लौटते ही पुनः अनीश ने कबाड़ कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई शहडोल में छेड़ दी इसके अलावा चोरी जैसे वारदातों में इजाफा हुआ जिसके बाद 11 केवी विद्युत लाइन चोरी मामले में बुढार पुलिस के हत्थे कई दिनों तक फरार रहने के बाद अनीश चढ़ा, बताया जाता है कि कथित विद्युत कर चोरी करने के मामले में अन्य थानों में भी एफआईआर दर्ज हुई थी, बुढार पुलिस कई दिनों तक अनीश की पतासाजी में जुटी थी आनंद और अंततः है उसे गिरफ्तार करने वाले में पेश किया गया था जिससे एक बात तो स्पष्ट है कि जिला बदर पूर्ण करने के बाद भी अनीस के हौसले बुलंद है और उसे प्रशासन का भय नहीं है। 

कौन भर रहा मांडवली का दंभ 

तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने जिला बदर सहित अन्य कार्यवाहियों को अंजाम देकर अनीश के साम्राज्य पर ताला लगाने का काम किया लेकिन जनचर्चा के अनुसार अब अनीश द्वारा जबलपुर और अन्य महानगरों से लाइजनर अथवा कथित दलाल के माध्यम से पुनः शहडोल पुलिस पर दबाव बनाकर अपना साम्राज्य स्थापित करने का प्रयास कर रहा है बताया जाता है कि कथित दलाल जो ऊपर तक पहुंच का दंभ भरते हैं उन्होंने 25 लाख महीने में शहडोल शहर में अवैध कबाड़ कारोबार का ठेका देने का ऑफर अनीश को कर दिया है खैर मेहमान नवाजी का दौर चालू है रेस्ट हाउस से मोती महल और फिर गली-गली ठीक है कथित कबाड़ माफिया घूम कर जल्द ही शहडोल पुलिस पर दबाव बनाकर साम्राज्य स्थापित करने का दंभ भरता बताया रहा है। 

शांति व्यवस्था के लिए घातक

गौरतलब है कि कबाड़ माफिया अनीश और रहीम की जिला बदर के बाद शहडोल में शांति व्यवस्था एक बार फिर कायम हुई थी और नवागत कप्तान का अब तक का सख्त लहजा और पुराना पुलिसिंग इतिहास भी यह बता रहा है की सरगना कोई भी हो शहडोल की कानून व्यवस्था को चुनौती नहीं दे पाएगा, बावजूद इसके कथित कबाड़ माफिया और कथित दलालों का हाई लेवल के मैनेजमेंट का दंभ भरना, छोटे व्यापारियों को धमकाना, 25 लाख महीने में अवैध कारोबार का ठेका देना जैसी जन चर्चाओं से खेलों में कारोबार करने वाले छोटे भैया कबाड़ कारोबारी पर भय का माहौल है, गौरतलब है के पूर्व में कबाड़ को लेकर बाणगंगा में चाकू बाजी जैसी घटनाएं होती होती रह गई, बताया यह भी जाता है कि कथित कबाड़ माफिया अनीश और उसके परिवार के अन्य कबाड़ से जुड़े कारोबारी पर दर्जनों मुकदमे हैं तो हाल ही में शादी का जिला बदल भी किया गया है।

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