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सीएम के शहडोल दौरे के दौरान मुर्दाबाद के गूंजेंगे नारे....बलराज को न्याय दिलाने गूंजेगी आवाज


40 दिन बीतने के बाद भी मृत ट्रक चालक मामले में दोषियों पर नहीं हुई कार्यवाही..!!

 ट्रक चालक बलराज की मौत को लगभग 40 दिन बीत चुके हैं और अब लगता भी नहीं कि मृतक तक चालक को न्याय मिलेगा मशहूर लकड़ी कारोबारी टीटू और विधायक प्रतिनिधि अभिषेक उर्फ रामू पर ट्रक चालक बलराज की हत्या के आरोप लगे थे आईजी सहित वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई गई थी लेकिन यह न्याय समय के साथ अधूरा रह गया, पहले तो चोट ना होने की दम भरने वाली अनूपपुर पुलिस मैं पीएम रिपोर्ट पर चोट आने पर पीएम रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए और अंततः दोषी भाजपा के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज नहीं हुआ और मामला ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया कथित मामले ने नवागत युवा अनूपपुर एसपी की साख की भी जमकर किरकिरी की क्योंकि इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा मामले में दोषियों को बचाना बताया गया।



शहडोल /अनूपपुर। अनूपपुर और शहडोल जिले के सीमा सोडा फैक्ट्री में ट्रक चालकों के साथ स्थानीय रसूखदारों के मारपीट की घटनाएं आम है एक रात मारपीट इस कदर बढ़ गई की मारपीट में घायल बिहार के आए ट्रक चालक ने   बेवजह अपनी जान गवा दी। कहते हैं पैसा खुदा तो नहीं पर खुदा से कम भी नहीं.. ऐसा ही कुछ हाल अनूपपुर पुलिस का बताया गया जहां चचाई पुलिस सहित अन्य पहले तो मृतक के शरीर में चोट से इनकार करते रहे लेकिन जब पीएम रिपोर्ट ने पुष्टि कर दी कि शरीर पर और सर पर गहरी चोट थी जिसे ब्रेन हेमरेज हुआ तो एमपी पुलिस की इतिहास में पहली बार डॉक्टर की रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए चचाई प्रभारी ने फिर से हत्या को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया बहरहाल घटना को 40 दिन बीत चुके हैं और मामला लगभग ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया है अब देखना यह होगा कि 15 नवंबर को जब सीएम और राज्यपाल के सामने बलराज की न्याय की गुहार विशेष वर्ग द्वारा लगाई जाएगी तो क्या तत्कालीन सीएम शिवराज की भांति समाज के अंतिम वर्ग और गरीब वर्ग के लिए न्याय की हुंकार सीएम मोहन यादव भरेंगे या नहीं।



बलराज की हत्या का मामला ठंडा

1 अक्टूबर 2024 को सोडा फैक्ट्री के समीप पार्किंग को लेकर स्थानी रईसजादों अभिषेक सहयोगी टीटू व अन्य द्वारा कुछ ट्रक चालकों से मारपीट की गई, बताया जाता है कि  विवाद पहले ट्रक चालक सरदार जी से शुरू हुआ ट्रक चालक सरदार जी ने विवाद से कनी काटते हुए अपना ट्रक हटा लिया फिर बात आई बलराज और उसके ट्रक पर बलराज ने जब ट्रक हटाने से इनकार किया तो कथित अभिषेक उर्फ रामू ने उसे पर हमला बोल दिया और जब रामू पर बलराज भारी पड़ने लगा तो शराब के नशे में धुत सहयोगी लकड़ी कारोबारी टीटू ने ट्रक का टायलीवर  उठाकर ट्रक चालक बलराज के सर पर दे मारा, घायल बलराज को अस्पताल पहुंचाया गया, जिसे कुछ ही देर में मरहम पट्टी के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन सर पर गहरी चोट की वजह से ब्लड क्लाट और हेमरेज हो जाने की वजह से पुनः देर रात बलराज को भर्ती कराया गया और जब बलराज काल की गर्त में समा गया तब कथित आरोपी रामू के रिश्तेदार भूरा ने पैसों के दम पर न्याय खरीदने का सिलसिला शुरू किया ओर देखिए आज लगभग 40 दिन बीत गए हैं न्याय ठंडे बस्ते के हवाले है। 



अनूपपुर पुलिस से नहीं मिला न्याय

ट्रक चालक बलराज की मौत को लगभग 40 दिन बीत चुके हैं, गरीब का चालक बलराज की मौत पर न्याय की गुहार लगाने पैसों की मार झेल रहा गरीबों तक चालक का परिवार तो अनूपपुर पुलिस के पास विनती करने नहीं पहुंचा लेकिन स्थानीय लोगों के धरना प्रदर्शन उग्र होने के बाद बुढार पुलिस द्वारा कायम मर्ग पर भी उचित जांच नहीं की गई, तो वही जिस दिन बलराज के साथ मारपीट हुई थी बलराज के पूर्व एक पंजाब के ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट के मामले में अभिषेक पर मारपीट की धाराओं के तहत मुकदमा तो दर्ज हुआ लेकिन बलराज का न्याय फिर भी अधूरा रह गया वही इस मामले में विधायक प्रतिनिधि अभिषेक गुप्ता पर प्रत्यक्ष आरोप लगे थे और मामले पर कार्यवाही की उम्मीद अनूपपुर के युवा पुलिस कप्तान से की जा रही थी लेकिन समय के साथ सब ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया।



सीएम के सामने गूंजेगा मामला 

प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले में स्थानी ट्रांसपोर्ट यूनियन सहित ट्रक चालक संगठन ने भी बुढार अस्पताल पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया था जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ था, लेकिन अब तक न्याय न मिलने से नाराज विशेष वर्ग द्वारा सी एम मोहन यादव के शहडोल प्रवास के दौरान बाणगंगा मेला मैदान में सीएम के सामने अनूपपुर पुलिस के खिलाफ बलराज को न्याय दिलाने के लिए नारेबाजी एवं ज्ञापन की तैयारी आंतरिक तौर पर किए जाने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार बलराज की हत्या पर न्याय मिलने को तत्कालीन सीएम शिवराज की कार्यप्रणाली से जोड़कर देखा जा रहा है ऐसे में संभव है की न्याय की दरकार लेकर पहुंचे लोग शिवराज सरकार से तुलना करते हुए मोहन सरकार की खिलाफत कर सकते है। 

हाईलेवल मैनेजमेंट की चर्चा आम 

वही इस मामले में बलराज को अब तक न्याय न मिल पाना और पुलिस का कहीं ना कहीं पूंजीपतियों और दोषियों का अप्रत्यक्ष रूप से पक्ष लेना प्रतीत होना कई जन चर्चाओं को जन्म दे रहा है जान चर्चाओं की माने तो कथित आरोपी के रिश्तेदार भूरा सेठ ने मशहूर लकड़ी कारोबारी टीटू और रामू को बचाने कथित विधायक प्रतिनिधि रामू के आका विधायक को 10 पेटी, स्थानी पुलिस को पांच पेटी, एक अन्य बड़े साहब को 10 पेटी, एक जनप्रतिनिधि को 15 पेटी सहित कुल मिलाकर लगभग एक खोके का वितरण की चर्चा आम है हालांकि हम अथवा हमारी टीम इस जनचर्चा की पुष्टि नहीं करती, हत्या जैसी संगीत मामला और भूरा और टीटू जैसा आराम ख़राब पति परिवार के लिए 1 खोखे का वितरण कोई बड़ी बात भी नहीं । यही स्थानीय विपक्ष विधायक पुष्पराजगढ़ फंदेलाल सिंह ने मामले में विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्न उठाने की बात कही है। तो वही युवा कांग्रेस के कद्दावर नेता द्वारा मामले में हाई कोर्ट में इस तरह से पेश करने की बात 90 दोनों प्रांत की जा रही है।


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